*किताबें मानसिक स्थिरता और एकाग्रता में सुधार करती हैं*
बरगढ़: किताबें छात्रों के लिए सबसे अच्छे दोस्त साबित होती हैं। किताबें मानसिक स्थिरता बढ़ाती हैं और एकाग्रता में सुधार करती हैं। इसलिए विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की अच्छी पुस्तकें एकत्रित कर उन्हें पढ़ना चाहिए, यह विचार बाल भ्रमणशील पुस्तकालय के राज्य भ्रमण के अंतर्गत नुआपाड़ा जिले में आयोजित "भ्रमण पुस्तकालय" कार्यक्रम में भाग लेकर वक्ताओं ने व्यक्त किया। नुआपाड़ा स्थित नेशनल हाई स्कूल के प्रांगण में आयोजित 166वें कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक व शिक्षाविद् भगवान नायक ने पुस्तक को छात्रों का सबसे अच्छा मित्र बताया।
मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पारिवारिक वक्ता एवं प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता हेमन्त कुमार डंडसेना ने कहा कि पुस्तकें मानसिक स्थिरता एवं एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक होती हैं इसलिए विद्यार्थियों को अच्छी पुस्तकें एकत्रित कर उन्हें पढ़ना चाहिए। विशिष्ट अतिथि के रूप में पत्रकार घनश्याम भोई, शिक्षक विक्रम केशरी पटेल ने विद्यार्थियों से पाठ्य पुस्तकों के अलावा महा पुरुषो की जीवनी की पुस्तकें पढ़ने पर भी ध्यान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन शिशु श्री के आवाहक डॉ. रबीनारायण साहू ने किया।