श्रीराम महाविद्यालय पोरसा में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न
पोरसा/प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा भारत व सामाजिक संस्था सक्षम फाउंडेशन अंबाह के संयुक्त तत्वधान में दिनांक 27/10/2025 दिन सोमवार को श्रीराम महाविद्यालय अटेर रोड पोरसा के सभागार में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया कवि सम्मेलन की अध्यक्षता प्रहलाद सिंह सिकरवार उर्फ पहलाद भक्त द्वारा की गई कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय महासचिव,भूतपूर्व प्रबंधक बैंक ऑफ बडौदा डॉ प्रदीप मिश्र अजनबी,मेरठ रहे तथा विशिष्ट के रूप में श्रीमती सीमा शर्मा मंजरी गीतकार दिल्ली वह श्रीमती नितिन शर्मा नीति गीतकार रही इसके साथ ही कवि प्रेम प्रसून गीतकार धौलपुर ,कवि राजीव पाठक इटावा ओज, कवि दिनेश सिंह सेंगर दिनेश गीतकार जालौन,कवि बीरेंद्र फौजी अलबेला गीतकार, कवि डॉ सुरेंद्र सिंह तोमर ओज, कवि रामरूप सिंह तोमर नेताजी ओज, कवि शत्रुध्न सिंह तोमर चंबल कवि ओज, कवि रवि तोमर गीतकार, कवि डॉ आकाश,अंगार ओज, कवि राजेश सिंह तोमर दोषी श्रृंगार, कवि हरिओम गुप्ता भारतीय हास्य व्यंग उपस्थित रहे कवि सम्मेलन का संचालन वरिष्ठ पत्रकार समाज सेवी पर्यावरण विधि शैलेश सिंह कुशवाह द्वारा किया सर्व प्रथम मां सरस्वती के छाया चित्र पर माल्यार्पण कर उपस्थित अतिथियों के स्वागत और परिचय के बाद सभी को प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लाल सिंह किरार द्वारा सभी कवियों वह श्रोताओं का हिंदी की पट्टिका अकक्षवी पत्रिका की प्रति तथा पुष्प हार पहनाकर स्वागत किया तत्पश्चात काव्य पाठ में कवियों द्वारा अपने सुमधुर कविताओं से सभागार में समा बांध दिया जिसमें देश भक्ति नारी विमर्श,पर्यावरण जल जंगल जमीन वर्तमान सामाजिक मुद्दों पर कविताओं का स्वर मुखरित किया गया कवि सम्मेलन में संयोजक डॉ मनोज कुमार लहारिया श्रीराम महाविद्यालय के संचालक तथा शासकीय महाविद्यालय रजौधा के प्राचार्य डॉ भानु प्रताप सिंह तोमर,मोहर सिंह तोमर, महेंद्र सिंह चौहान अध्यक्ष नागाजी साहित्य सेवा संस्था, सक्षम फाउंडेशन के सहयोगी नवीन तोमर, हरिओम ओझा, कैप्टन अशोक सिंह तोमर, हुकम सिंह तोमर के साथ नगर के साहित्य प्रेमी लोगों ने भागीदारी की। कवि सम्मेलन के अंत में प्रेरणा हिंदी प्रचारिणी सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ लाल सिंह किरार किरार द्वारा सब का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम के समापन की ओपचारिक घोषणा की।