बरगढ़ जिले की पांच विधानसभाओं में से चार विधानसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत हासिल कर विधायक निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी प्रदीप पुरोहित ने बीजद की प्रत्याशी परिणित मिश्र को 2,51,667 मतों से हराकर जीत हासिल की। लेकिन इस सबके बावजूद भी भाजपा के किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर जिले की जनता में निराशा देखी जा रही है।
राज्य में पहली बार भाजपा को बहुमत हासिल कर सरकार बनाया है। इस कड़ी में उड़ीसा की बागडोर मोहन माझी को सोपते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया गया एवं दो उपमुख्यमंत्री तथा 8 कैबिनेट मंत्री व पांच राज्य मंत्री (स्वतंत्र) ने कल ओड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर के जनता मैदान में शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लिया। लेकिन बरगढ़ जिला के किसी भी विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर जिले के लोगों में निराशा देखी जा रही है। जबकि नवीन सरकार के समय हर पल बरगढ़ जिले के विधायकों को कैबिनेट में महत्व दिया जा रहा था । यह भाजपा सरकार के पहले कैबिनेट में बरगढ़ जिला वासियों को निराश कर दिया है। जिले के सबसे कठिन सीट तथा आचार्य परिवार का गढ़ माने जाने वाली बरगढ़ विधानसभा सीट में भाजपा के अश्विनी कुमार षड़ंगी ने भाजपा की जीत के लिए एड़ी से लेकर चोटी तक का प्रयास किया और जीत हासिल की। जिले के लोगों को उम्मीद थी कि बरगढ़ विधायक अश्विनी षड़ंगी या भटली विधायक इरासीस आचार्य को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। बरगढ़ विधायक अश्विनी षड़ंगी को मंत्री मंडल में शामिल के नाम को लेकर लोगो अटकलें लगाई जा रही थी। लेकिन जिले के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया। जबकि बीजू जनता दल सरकार के समय हमेशा जिले के विधायकों को कैबिनेट में जगह दिया गया। बरगढ़ जिले से बीजद के समय विधायक आनंद आचार्य, विजय रंजन सिंह बरीहा, प्रसन्न आचार्य,स्नेहांगिनी छुरिया,सुशांत सिंह,रीता साहू जैसे विधायको को महत्वपूर्ण विभागों में मंत्री पद मिला था। जबकि बरगढ़ जिले की पांचों विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण रहती है। जिसके लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ,पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री समेत अनेक मंत्रियों ने जिले मे चुनाव प्रचार किया इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री ने भी जिले के भाजपा प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार किया था। लेकिन इसके बावजूद जिले की विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर लोगों में निराशा बनी हुई है।